खण्ड (क) गद्य खण्ड
हिन्दी गद्य साहित्य का विकास
1. भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ;1850दृ1885 ई., 2. महाकवि माघ का प्रभात-वर्णन - महावीर प्रसाद द्विवेदी ;1864दृ1938 ई.3. आचरण की सभ्यता - सरदार पूर्णञसह ;1881दृ1931 ई. 4. शिक्षा का उद्देश्य - डॉ. सम्पूर्णानन्द ;1890दृ1969 ई., 5. अथातो घुमक्कड़-जिज्ञासा - राहुल सांड्डत्यायन ;1893दृ1963 ई., 6. गेहूँ बनाम गुलाब - रामवृक्ष बेनीपुरी ;1902दृ1968 ई., 7. सड़क सुरक्षा
काव्य खण्ड
हिन्दी काव्य साहित्य का विकास
1. साखी, पदावली - कबीरदास ;1398दृ1518 ई., 2. विनय, वात्सल्य, भ्रमरगीत - सूरदास ;1478दृ1583 ई., 3. भरत-महिमा, कवितावली, गीतावली, दोहावली, विनय-पत्रिका - गोस्वामी तुलसीदास ;1532दृ1623 ई., 4.भक्ति एवं शृंगार- बिहारी ;1603दृ1663 ई. 5. शिवा-शौर्य, छत्रसाल-प्रशस्ति - महाकवि भूषण ;1613दृ1715 ई., 6. प्रेम माधुरी, यमुना-छवि - भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ;1850दृ1885 ई.7. उ(व-प्रसंग, गंगावतरण - जगन्नााथदास ‘रत्नाकर’ ;1866दृ1932 ई.
कथा साहित्य
हिन्दी कहानीµस्वरूप, तत्व एवं विशेषताएँ
1. बलिदान - प्रेमचन्द ;1864दृ1938 ई., 2. आकाशदीप - जयश्ंाकर प्रसाद ;1889दृ1937 ई., 3. प्रायश्चित - भगवतीचरण वर्मा ;1903दृ1981 ई., 4.समय - यशपाल ;1903दृ1976 ई.
खण्ड ख संस्ड्डत दिग्दर्शिका
प्रथमः पाठः - वन्दना, द्वितीयः पाठः - प्रयागः, तृतीयः पाठः - सदाचारोपदेशः, चतुर्थः पाठः - हिमालयः प´चमः पाठः - गीतामृतम् षष्ठः पाठः - लोभः पापस्य कारणम्
काव्य-सौन्दर्य वेळ तत्व ;रस, छंद और अलंकारद्ध
1. संस्ड्डत व्याकरण ;सन्धि, शब्द रूप, धातु रूप, प्रत्यय, विभक्ति परिचय, समासद्ध, 2.हिन्दी वाक्यों का संस्ड्डत में अनुवाद, 3. हिन्दी व्याकरण
लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे
शब्दों में सूक्ष्म अन्तर
अनेकार्थी शब्द
अनेक शब्दों ;वाक्यांशोंद्ध वेळ लिए एक शब्द
वाक्यों में त्रुटि मार्जन
पत्र लेखन
निबन्ध लेखन
खण्ड काव्यों वेळ प्रश्नोत्तर
नाटकों का आलोचनात्मक अध्ययन
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